Saturday 31 October 2015








तुम्हारे नैना बहुत भोले हैं , निराले हैं
जिसे देखे , उसके बारे में
किसी को नहीं बताते
अंदर ही अंदर छुपाकर रखते हैं

तुम्हारे कानों ने बहुत अच्छे हैं
जो सुने , उसे भूल जाते हैं
किसी को नहीं बताते
अंदर ही अंदर छुपाकर रखते हैं

लेकिन ये तुम्हारे होंठों ने
बहुत बदमाशी होते हैं
जिसे देखे , और जिसे ना देखे
जो सुने , और जो ना सुने
सब के सब कहानी बनाकर
दूसरों को बोलते ही रहते

इसी लिए मैंने तेरे आँखों पर काजल लगाता हूँ
ताकि , उन्हें किसी का नजर ना लग जाय
तुम्हारे कानो को गहने तोफा कर देता हूँ
ताकि उनका सूरत और भी बढ़ जाय

और इन तुम्हारे होंठों को अपने होंठों से
बंद कर देता हूँ , कैद करके रखता हूँ
ताकि वो दब रह जाय , और मेरे होंठों से
अच्छाई स्वीकार करके सुधर जाय :P :P :P :P :P :P :P








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