Monday 2 November 2015

Sab Kuch Seekha Humne .......







दिलका चमन उजडते देखा, 
प्यार का रंग उतरते देखा
हमने हर जीनेवाले को 
धन दौलत पे मरते देखा
दिल पे मरनेवाले मरेंगे भिकारी
दिल पे मरनेवाले मरेंगे भिकारी

सबकुछ सीखा हम ने, ना सीखी होशियारी
सच है दुनियावालों के हम है अनाड़ी

दुनिया ने कितना समझाया, 
कौन है अपना कौन पराया
फिर भी दिलकी चोट छूपाकर, 
हमने आपका दिल बहलाया
खुद ही मर मिटने की ये ज़िद है हमारी
खुद ही मर मिटने की ये ज़िद है हमारी


सबकुछ सीखा हम ने, ना सीखी होशियारी
सच है दुनियावालों के हम है अनाड़ी

असली नकली चेहरे देखे, 
दिल पे सौ सौ पहरे देखे
मेरे दुखते दिल से पूछो, 
क्या क्या ख्वाब सुनहरे देखे
टूटा जिस तारे पे नज़र थी हमारी
टूटा जिस तारे पे नज़र थी हमारी

सबकुछ सीखा हम ने, ना सीखी होशियारी
सच है दुनियावालों के हम है अनाड़ी








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